अनुक्रमांक: ...............................
प्रश्न-पत्र कोड: BALLB302
Set-1
बी.ए.एलएल.बी. (ऑनर्स)
सत्र: 2023-28
सेमेस्टर: तृतीय सेमेस्टर
प्रश्न-पत्र सं.: 2
पारिवारिक विधि-1
Family Law-I
समयावधि: 03 घंटे
पूर्णांक: 70
निर्देश:
बहुविकल्पीय
प्रश्नों में से
सभी,
लघु उत्तरीय
प्रश्नों में से
04
और
दीर्घ उत्तरीय
प्रश्नों में से 03 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
प्रश्नों में से 03 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
बहुविकल्पीय प्रश्न
(सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए) (अंक 01 × 05 = 05)
प्रश्न 01 :
'जीमूतवाहन' संबंधित है-
प्रश्न 02 :
हिन्दू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 7 संबंधित है-
प्रश्न 03 :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम की धारा 14 संबंधित है-
प्रश्न 04 :
किसी अवस्यक लड़के या अविवाहित लड़की का नैसर्गिक संरक्षक होता है-
प्रश्न 05 :
सहदायिकी का अस्तित्व समाप्त हो सकता है-
लघु उत्तरीय प्रश्न
(किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए) (अंक 05 × 04 = 20)
प्रश्न 06 :
'हिन्दू' कौन है? व्याख्या कीजिए।
प्रश्न 07 :
शून्य एवं शून्यकरणीय विवाह को परिभाषित कीजिए।
प्रश्न 08 :
पत्नी के भरण-पोषण को समझाइए।
प्रश्न 09 :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956 के अन्तर्गत अनुसूची वर्ग 1 एवं वर्ग 2 के वारिसों को लिखिए।
प्रश्न 10 :
'मिताक्षरा' और 'दायभाग' में क्या अन्तर है?
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए) (अंक 15 × 03 = 45)
प्रश्न 11 :
'हिन्दू' प्राप्तवयता और संरक्षकता अधिनियम 1956 के सन्दर्भ में हिन्दू अवयस्क के नैसर्गिक संरक्षक तथा सर्वोपरी संरक्षक की शक्तियों पर चर्चा कीजिए।
प्रश्न 12 :
'हिन्दू विधि' के विभिन्न स्रोत क्या है? उनके महत्व की विवेचना कीजिए।
प्रश्न 13 :
बिना वसीयत मरे वाले हिन्दू पुरुष की सम्पत्ति का हस्तांतरण हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956 के अनुसार कैसे होगा?
प्रश्न 14 :
क्रूरता विवाह-विच्छेद के आधार के रूप में, 'हिन्दू विधि' के प्रावधानों एवं निर्णीत वादों का उल्लेख कीजिए।
प्रश्न 15 :
'पत्नी', 'विधवा-पुत्रवधु', 'बालक और वृद्ध माता-पिता' के भरण-पोषण के अधिकारों की विवेचना कीजिए।